कहानी लिखने के नियम क्या है :- दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे की, कहानी लिखने के नियम क्या है और कैसे आप इन सभी नियमों का पालन करके एक अच्छी से अच्छी कहानी लिख सकते हैं। जिन लोगों को कहानी लेखन के नियम के बारे में कुछ भी पता नहीं है, उनके लिए कहानी लिखने की कला शुरवात में थोड़ी मुश्किल लग सकती है।
लेकिन इस आर्टिकल को पूरा पढ़ने के बाद आपको कहानी लिखने के नियम क्या है? या फिर कहानी लेखन कैसे करें? इसके बारे में अच्छी तरह से पता चलेगा। जिससे आप लोगो को समझने में आसानी होगी की कहानी कैसे लिखना चाहिए। तो चलिए कहानी लिखने के नियम क्या है इस से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी लेते हैं।
कहानी लिखने के नियम क्या है?
जैसे की हम सभी लोग जानते है की, हर चीज को करने के लिए कोई ना कोई नियम जरूर होते है। ठीक उसी प्रकार कहानी लिखने के लिए भी कुछ नियम बनाये गए है। अगर आप बिना किसी नियम के कहानी लिखते है तो वो कहानी इंट्रेस्टिंग और मजेदार नहीं बनेगी। इसलिए आपको कहानी लिखते समय निचे दिए गए नियमो का पालन करना चाहिए।
1. एक अच्छा शीर्षक लिखिए
कहानी लिखने के नियमों में कहानी का शीर्षक लिखने का नियम बहुत महत्वपूर्ण है। आपके कहानी का शीर्षक हमेशा आपके कहानी के निष्कर्ष पर आधारित होना चाहिये, क्योकि कोई भी व्यक्ति कहानी से जुड़ पाए। एक अच्छा शीर्षक ना केवल आपके कहानी को अच्छा बनाता है बल्कि लोगों के सामने कहानी को प्रत्यक्ष रूप से रखने में भी शीर्षक बहुत मददगार साबित होता है। इसके लिए आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से भी सलाह ले सकते हैं।
2. कहानी के किरदारों से शुरू करें
कहानी लिखने की शुरुआत आप कहानी के किरदारों से कर सकते हैं, यह एक बहुत अच्छा नियम है। एक सम्मोहन कथानक और मजबूत चरित्र विकास अच्छे कहानी की एक कुंजी है। आपको एक जटिल और मुख्य चरित्र की आवश्यकता होगी, जो कहानी के चरित्र चाप को बनाए रख सके। साथ ही साथ सहायक किरदार जो मुख्य कहानी से सब प्लॉट को चला सके।
3. कहानी की शुरुआत रोचक और आकर्षक होनी चाहिये
दरअसल, किसी भी कहानी को लिखने का सबसे अच्छा नियम यह भी है की कहानी की शुरुआत रोचक और आकर्षक हो। क्योंकि पूरी कहानी आपके शुरुआती लाइन पर ही निर्भर करती है, कि कहानी कैसी होगी। देखा जाये तो कोई भी व्यक्ति कहानी को शुरुआत में ही पढ़ता है और वो उसे मजेदार लगता है तो वो कहानी को पूरा पढ़ना चाहेगा।
ऐसे में आपको कहानी लिखते समय यह ध्यान देना होगा की कहानी की शुरुआत रोचक और आकर्षक हो। ताकि कोई भी पाठक कहानी को शुरुआत में पढ़कर ही आगे की कहानी को पढ़ने की सोचे। यह नियम कहानी लिखने का सबसे महत्वपूर्ण नियम में से एक माना जाता है। जिसका पालन करना बहुत जरूरी होता है।
4. अधिक से अधिक कहानियां पढ़ें
कहानी लिखने के नियम में से ये भी एक बहुत महत्वपूर्ण नियम है की आपको ज्यादा से ज्यादा कहानियों को पढ़ना चाहिए। क्योंकि लेख लेखकों को प्रभावित करता है। हमारे द्वारा हिंदी या अन्य भाषा में लिखी गई कहानी उन्ही किताबों से प्रभावित हो सकते है जिन्हें हमने पढ़ लिया है। जितना अधिक कहानियों को आप पढ़ेंगे उतना अधिक आपको कहानियों के बारे में अनुभव होगा। जिससे आपकी कहानी अच्छी हो सकती है।
कहानी लिखने के नियम में यह सबसे अच्छा नियम है। जब आप अपनी कहानी लिखने के लिए तैयार होते हैं, तब आपको हमेशा एक शांत जगह का चुनाव करना चाहिए। जिससे आप कहानी को और बेहतर लिख सके क्योकि शांत जगह में हमारा दिमाग एक जगह केंद्रित हो पाता है। जिससे हम और रोचक चीजों को कहानी में जोड़ सकते हैं।
6. समय का सदुपयोग करें
कहानी लिखने का एक नियम यह भी है की आपको समय का सदुपयोग करना आवश्यक होता है। दरअसल, कहानी लिखने से पहले आपको यह निश्चित जरूर कर लेना है कि, आप एक समय में कितना वर्ड लिख सकते है। कुछ लोग प्रतिदिन 3000 वर्ड लिखने का लक्ष्य रखते हैं तो कुछ लोग शब्द गणना की परवाह नहीं करते है।
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका लक्ष्य क्या है, लेकिन दैनिक लक्ष्य निर्धारित करना जरुरीहै। आप खाली कागज़ को घूरने में अपना समय बर्बाद नहीं करेंगे .इसलिए कहानी लिखने से पहले समय और शब्दों का निर्धारण एक अच्छा नियम है।
7. विवरण की एक सूची बनाये
उन विवरणों की एक सूची बनाये जिन्हें आपको अपनी कहानी में शामिल करने की आवश्यकता है। कहानी लिखने के नियम में यह एक बहुत उपयोगी उपकरण है। क्योकि जब आप कहानी लिखना शुरू करते हैं तो आप कहानी के कुछ विवरणों को भूल सकते हैं इसलिए यह सूची आपको कहानी लिखने में बहुत मदद करेगी।
8. अपने दिल से लिखें
अगर लिखना ही आपका जुनून है, तो फिर अपने इस जुनून को एक ऐसे सच्चे कहानीकार की तरह शेयर कीजिये, जो पूरी तरह से कहानी में डूब गया है। आपको जो भी पसंद है और आप जिसे अपनी कहानी के लिए सही समझते हैं उसे ही लिखें। अपने दिल से कहानी लिखना सीखें।
कहानी किसे कहते हैं?
कहानी गद्य साहित्य की एक सबसे प्राचीन विधा है। मानव सभ्यताओं के विकास के साथ साथ कहानी का भी जन्म हुआ है और कहानी सुनाना और सुनना मानव का जन्मजात स्वभाव बन गया। इसी कारण से आज भी हर एक समाज में कहानियाँ पाई जाती हैं। भारत में कहानियों की बड़ी लंबी, उत्तम और संपन्न परंपरा रही है।
कहानियों की शुरवात प्राचीनकाल में प्रसिद्ध वीर योद्धाओं और राजाओं के शौर्य, प्रेम, न्याय, ज्ञान, समुद्री यात्रा, वैराग्य, साहस, अगम्य पर्वतीय प्रदेशों में प्राणियों का अस्तित्व इत्यादि की कथाओं से हुआ था। उस समय कहानियों की कथा वस्तु घटना प्रधान हुआ करती थी। प्राचीन कहानियो में असत्य पर सत्य की जीत, अन्याय पर न्याय की जीत और अधर्म पर धर्म की विजय दिखाई जाती है।
प्राचीनकाल की कहानीयों पश्चात् आधुनिक काल की छोटे आकार वाली कहानी जैसे की – पंचतंत्र की कहानी, हितोपदेश, बेताल पच्चीसी, कथा सरित्सागर, सिंहासन बत्तीसी, शुक सप्तति, भोजप्रबन्ध जैसी साहित्यिक और कलात्मक कहानियों अस्तित्व में आयीं।
आधुनिक कहानियों से श्रोताओं को मनोरंजन के साथ साथ नीति का उपदेश भी प्राप्त होने लगा। और कहानी पाठकों और कहानी लेखन करने वाले लेखकों की संख्या दिन ब दिन बढ़नें लगी।
कहानी लिखते समय किन बातों का ध्यान रखें
कहानी लिखते समय निम्नलिखित बातों को आपको ध्यान में रखना चाहिए, जैसे की-
- कहानी का आरंभ आकर्षक होना चाहिये।
- कहानी की भाषा सरल और मुहावरेदार होनी चाहिए।
- कहानी की घटनाएँ ठीक क्रम से लिखी होनी चाहिए।
- कहानी के वाक्य छोटे और क्रमबद्ध होने चाहिए।
- कहानी का उद्देश्य स्पष्ट होना चाहिये।
- कहानी शिक्षाप्रद होनी चाहिये।
अपनी प्रतिक्रिया दें।