Cryptocurrency :- हाल ही में संसद में पेश किए गए बजट 2022 में देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने डिजिटल मुद्रा (Digital Currency) को लेकर चर्चा की थी। साथ ही जल्द ही देश में वैधानिक तरह से इसको लागू करने पर विचार करने और इसपर कानून बनाने की बात कही थी। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर ये डिजिटल मुद्रा क्या है? हालांकि मुद्रा से तात्पर्य किसी देश में प्रचलित नोट और सिक्कों से होता है, जोकि आपसी लेनदेन के दौरान इस्तेमाल की जाती है।
परंतु यहां हम बात कर रहे हैं…डिजिटल मुद्रा की। जिस तरह से आप बाजार में जाकर कोई सामान खरीदते हैं, तो आप दुकानदार को 500 या 1000 रुपए नोट के तौर पर देते हैं, लेकिन डिजिटल क्रांति के इस युग में अब एक दौर ऐसा आया है, जहां आपको कहीं भी जाने से पहले अपने पर्स में रूपया रखने की आवश्यकता नहीं है। बल्कि आप इंटरनेट की मदद से डिजिटल मुद्रा का प्रयोग करके भी लेनदेन कर सकते हैं।
अब यहां आप सोच रहे होंगे कि कहीं हम UPI, Paytm, Phonepay या net banking की बात तो नहीं कर रहे हैं, जिससे तो आप सब परिचित हैं। लेकिन यहां हम एक प्रकार की डिजिटल मुद्रा यानि क्रिप्टो करेंसी (Crypto Currency) की बात कर रहे हैं। जिसके माध्यम से वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय लेनदेन किया जा रहा है। साथ ही जिन देशों में ये मुद्रा वैध है, वहां लोग इसका इस्तेमाल करके लाखों कमा रहे हैं। तो चलिए जानते हैं कि क्या है ये Cryptocurrency….
क्रिप्टो करेंसी (Crypto Currency) क्या है?
क्रिप्टो करेंसी एक प्रकार की डिजिटल मुद्रा है। जोकि इंटरनेट के माध्यम से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय लेनदेन के दौरान प्रयोग में लाई जाती है। हालांकि यह मुद्रा अन्य साधारण रुपए या नोटों की तरह आपको अपनी जेब या तिजोरी में देखने को नहीं मिलती है, इसका इस्तेमाल ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के दौरान होता है। क्रिप्टो की खोज या कहें रचना को लेकर कहा जाता है कि इसका निर्माण या खोज वर्ष 2009 में सतोशी नाकामोतो ने की थी।
हालंकि भारत में अभी तक क्रिप्टो करेंसी को वैधानिक मान्यता नहीं दी गई है, जिसके पीछे का कारण है कि क्रिप्टो एक अकेंद्रित मुद्रा (Decentrallized Currency) है, जिस पर किसी देश की सरकार का पूर्ण रूप से अधिकार नहीं होता है। सरल शब्दों में, क्रिप्टो मुद्रा के इस्तेमाल पर किसी का भी नियंत्रण नहीं होता है।
क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल मुख्यता चीजों को खरीदने के लिए डिजिटल तरीके से किया जाता है। जिसके चलते आप Cryptocurrency को अपनी डिजिटल संपत्ति के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। क्रिप्टो करेंसी peer to peer Electronic system पर आधारित है और cryptography के माध्यम से प्रयोग में लाई जाती है। साथ ही क्रिप्टो करेंसी पूर्णतया blockchain technology पर काम करती है। यानि इसमें निवेश से लेकर लेनदेन सब कुछ डिजिटल माध्यमों से किया जाता है।
क्रिप्टो करेंसी कितने प्रकार की होती है?
वर्तमान में, सम्पूर्ण विश्व में करीब 1000 से भी ज्यादा CryptoCurrency मौजूद हैं। जिसमें सबसे अधिक प्रचलन में बिटकॉइन (Bitcoin) है। इसके अलावा, अन्य कई क्रिप्टो मुद्राएं भी चलन में हैं, जैसे:- Ethereum, Litecoin, Dogecoin, Tether, Binance Coin, solana, Ripple, Monero, Z Cash, dash, Polygon आदि।
क्रिप्टो में कैसे करें निवेश?
जैसा कि हमने आपको बताया था कि क्रिप्टो करेंसी (Cryptocurrency) के इस्तेमाल के लिए आपको ऑनलाइन माध्यमों से जुड़ना होता है। अर्थात् डिजिटल मुद्रा जैसे क्रिप्टो करेंसी आदि का प्रयोग करने के लिए आपको ई वॉलेट का प्रयोग करना पड़ता है। Cryptocurrency का इस्तेमाल या इसमें निवेश करने के लिए आपको शेयर निवेश की तरह ही एक ट्रेडिंग खाता (Trading Account) खोलना पड़ता है।
क्रिप्टो में निवेश के लिए आपके पास कई सारे डिजिटल प्लेटफॉर्म मौजूद हैं। जिनमें सबसे प्रचलित हैं, Wazirx. इसके अलावा आप Zeb pay, Coinswitch kuber app, Coin DCX आदि पर भी ट्रेडिंग खाता खोलकर क्रिप्टो करेंसी में निवेश कर सकते हैं। यहां आप ई वॉलेट के जरिए क्रिप्टो में निवेश करके ऑनलाइन ट्रांजेक्शन आदि कर सकते हैं।
कैसे काम करती है क्रिप्टो करेंसी
क्रिप्टो करेंसी पूर्ण रूप से ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है, जहां इससे जुड़े लेनदेन का हिसाब रखा जाता है। इसके बात crypto currency minning की प्रक्रिया को पूर्ण किया जाता है। उसके बाद cryptographic के माध्यम से क्रिप्टो को वेरिफाई किया जाता है। फिर उसमें Crypto coins दिखाई पड़ते हैं, जिनको आप विभिन्न प्रकार के प्रचलित crypto currency market में exchange करा सकते हैं या किसी भुगतान के लिए ऑनलाइन तौर पर इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
क्रिप्टो करेंसी के फायदे और नुकसान
जिस तरह से हर तकनीक के अपने फायदे और नुकसान होते हैं, उसी प्रकार से क्रिप्टो के भी अपने फायदे और कई नुकसान भी मौजूद हैं।
क्रिप्टो करेंसी का प्रयोग करने में फ्रॉड होने की संभावना काफी कम रहती है। साथ ही ये साधारण डिजिटल पेमेंट की तुलना में अधिक सुरक्षित है। इसमें लेनदेन का निर्धारित शुल्क भी काफी कम लिया जाता है। साथ ही इसमें आपका ई-वॉलेट अकाउंट cryptography के माध्यम से संचालित होता है, जोकि एक सुरक्षित डिजिटल भुगतान की तकनीक है।
हालंकि यदि आप अपने क्रिप्टो अकाउंट की लॉगिन आईडी या पासवर्ड भूल जाते हैं, तो आपको इसे दुबारा ढूंढ पाना काफी मुश्किल हो जाता है। साथ ही Cryptocurrency के चलन में आने के बाद लोग आसानी से अपने रुपए पैसे को सरकार से छुपा सकते हैं, जोकि कहीं ना कहीं काले धन को बढ़ावा देगा, क्योंकि क्रिप्टो एक decentrallized currency है, जिसको कोई भी कंपनी या संस्थान Regulate नहीं कर सकता है।
हालांकि भारत सरकार द्वारा क्रिप्टो करेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बाई लागू करने की योजना बनाई जा रही है। जोकि देश में होने वाले क्रिप्टो संबंधी लेनदेनों पर नियंत्रण रख सकेगी। इतना ही नहीं, देश की खुद को डिजिटल मुद्रा चलन में आ सकती है, जिसको लेकर भी विचार विमर्श किया जा रहा है।
इस प्रकार, CryptoCurrency एक ऐसी मुद्रा है, जिसको आप स्पर्श तो नहीं कर सकते लेकिन डिजिटल भुगतान के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं और शेयर बाजार की तरह Cryptocurrency में निवेश करके लाभ कमा सकते हैं। हालंकि किसी भी देश की सरकार का इसपर आधिकारिक नियंत्रण ना होने के चलते इसके मूल्य में कमी या बढ़ोतरी को लेकर कुछ कहा नहीं जा सकता, लेकिन यदि आपके पास अधिक पैसा है और आप उसे निवेश करना चाहते हैं तो CryptoCurrency निवेश का एक बेहतर विकल्प हो सकती है।
आखिर में:-
आशा करता हु की आपको आज की हमारी यह पोस्ट Cryptocurrency क्या है, जिसका इस्तेमाल करके लोग कमा रहे लाखों जरूर पसंद आयी होगी। अगर आप लोग भी Cryptocurrency में इन्वेस्ट करना चाहते है तो अच्छी बात है। अगर आपको कोई परेशानी आती है तो आप कमेंट करके जरूर पूछ सकते है आपको हर तरह की यहापर मदत की जाएगी। अगर आपको Cryptocurrency आर्टिकल अच्छा लगा है तो अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर कीजिये
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